क्या हम सही मायने में धर्मनिरपेक्षता का पालन कर रहे हैं?
धर्मनिरपेक्षता एक जटिल अवधारणा है जिसकी व्याख्या और कार्यान्वयन विभिन्न देशों और समाजों में अलग-अलग तरीकों से किया जाता है। भारत में, धर्मनिरपेक्षता को “राज्य द्वारा सभी धर्मों के प्रति समभाव और निष्पक्षता” के रूप में परिभाषित किया गया है। इसका मतलब है कि राज्य किसी भी धर्म को विशेष दर्जा नहीं देता है और…