क्या हम सही मायने में धर्मनिरपेक्षता का पालन कर रहे हैं?

धर्मनिरपेक्षता एक जटिल अवधारणा है जिसकी व्याख्या और कार्यान्वयन विभिन्न देशों और समाजों में अलग-अलग तरीकों से किया जाता है। भारत में, धर्मनिरपेक्षता को “राज्य द्वारा सभी धर्मों के प्रति समभाव और निष्पक्षता” के रूप में परिभाषित किया गया है। इसका मतलब है कि राज्य किसी भी धर्म को विशेष दर्जा नहीं देता है और…

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दुर्गा सप्तशती का युगांतर प्रभाव

दुर्गा सप्तशती, जिसे देवी माहात्म्य भी कहा जाता है, हिंदू धर्म के सबसे पवित्र ग्रंथों में से एक है। यह मार्कण्डेय पुराण का एक हिस्सा है, जिसमें देवी दुर्गा के महान कारनामों और असुरों पर उनकी विजय का वर्णन है। 700 श्लोकों में विभाजित है। यह लेख दुर्गा सप्तशती के युगांतर प्रभावों पर प्रकाश डालता…

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एक बालक जिसने 5साल की उम्र में अपनी पहली कविता लिख दी। एक बालक जिसने 6 साल की उम्र

में पूरी श्रीमदभगवत गीता के 700 श्लोक विद चैप्टर और श्लोक नंबर के साथ याद कर लिए।”एक बालक जिसने 7 साल की उम्र में सिर्फ 60 दिन के अंदर श्रीरामचरितमानस की 10 हजार 900 चौपाइयां और छंद याद कर लिए। वही बालक गिरिधर आज पूरी दुनिया में जगदगुरु श्री रामभद्राचार्य जी के नाम से जाने…

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जब जब पौराणिक हिन्दू ग्रंथ रामायण, या फिर राम मंदिर की बात सामने आई है, तब तब, liberal and intellectual ने उसकी आलोचना की है। इनकी “peaceful वोट बैंक” को खुश करने के चक्कर मैं कई बार वामपंथियों ने रामायण ग्रंथ के ऊपर अस्तित्व पर प्रश्न उठाए है। 

पर क्या ये जानते है की रामायण सिर्फ भारत मैं ही प्रचलित नहीं है।  वामपंथी राम मंदिर पर सवाल उठाने से अच्छा, अगर थोड़ा पढ़ लेते तो ये जान पते, की दुनिया भर मैं 300 से आधीक अलग अलग रामकथाएं प्रचलित है।  भारत के अलावा 9 और देश हैं जहां किसी ना किसी रुप में…

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