शोध पत्र: भारत में धर्मनिरपेक्षता

धर्मनिरपेक्षता, भारत के सामाजिक-राजनीतिक मंच का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है, जो उसके इतिहास में गहरी जड़ें रखता है और उसके संविधान में प्रतिष्ठित है। स्वतंत्रता से पहले, भारत में विभिन्न धर्मों का एक समृद्ध विविधता था, जिसमें विभिन्न धर्मों के अनुयायी सामंजस्यपूर्ण रूप से रहते थे। धर्मनिरपेक्षता की अवधारणा स्वतंत्रता संग्राम के दौरान प्रमुखता प्राप्त…

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